
दिनांक 15 मई 2025 को अपराह्न 3:00 बजे जिलाधिकारी, गौतम बुद्ध नगर महोदय की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण उच्चस्तरीय बैठक का आयोजन सूरजपुर कलेक्ट्रेट में सम्पन्न हुआ। बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, नोएडा प्राधिकरण, एडीएम (वित्त), एआईजी, विभिन्न बिल्डर प्रतिनिधि तथा फ्लैट खरीदार संगठनों के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
बैठक का प्रमुख विषय बिना पूर्णता प्रमाण पत्र (OC/CC) के फ्लैट्स की विक्रय प्रक्रिया एवं प्राधिकरण व बिल्डरों द्वारा की गई अनियमितताओं पर कठोर कार्यवाही सुनिश्चित करना था।
जिलाधिकारी महोदय द्वारा यह स्पष्ट निर्देश प्रदान किए गए कि—

“जिन बिल्डरों ने बिना वैध OC/CC के फ्लैट्स का विक्रय किया है, उनके कार्यालय सील किए जाएंगे तथा प्राधिकरण के संबंधित अधिकारियों एवं बिल्डरों के विरुद्ध प्राथमिकी (FIR) दर्ज की जाएगी। विभागीय अनुशासनात्मक कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाएगी।”

प्रमुख निर्णय एवं चर्चित बिंदु:
- महागुण मॉडर्न सहित अन्य ऐसे प्रोजेक्ट्स चिन्हित किए गए जिनमें फ्लैट्स बिना OC/CC के बेचे गए।
- फ्लैट खरीदारों से विस्तृत शिकायतें आमंत्रित की गई हैं ताकि विधिक कार्यवाही सुसंगत रूप से की जा सके।
- फ्लैट की रजिस्ट्री केवल कार्पेट एरिया के आधार पर हो—इस पर शीघ्र समाधान लाने की बात कही गई।
- खरीदारों की ओर से यह सुझाव प्रस्तुत किया गया कि—
- बिल्डर एवं बैंक के बीच हुए समस्त आर्थिक लेन-देन का पूर्ण विवरण सार्वजनिक किया जाए।
- ग्रुप हाउसिंग में रेंटल या मेंटेनेंस टीम के एग्रीमेंट्स पर नियमित प्रतिशत आधारित कर प्रणाली (जैसे रेंट एग्रीमेंट पर GST के अंतर्गत 2%) लागू हो, जिससे मनमाने व अवैध रेंट एग्रीमेंट रोके जा सकें।
- एक फ्लैट को कई बार बेचे जाने की प्रवृत्ति की जांच हो एवं ट्रांसफर चार्जेस के विवरण की जांच हो।

प्रमुख उदाहरण:
नरेश नौटियाल जी द्वारा उनके फ्लैट का उदाहरण प्रस्तुत किया गया, जिसकी वैध रजिस्ट्री उनके पास होने के बावजूद बिल्डर ने फ्लैट दोबारा किसी अन्य को विक्रय कर दिया और बैंक लोन के नाम पर फर्जीवाड़ा किया गया।
यह भ्रष्टाचार का प्रत्यक्ष उदाहरण प्रस्तुत किया गया जिससे प्राधिकरण के एक अधिकारी असहज हो उठे, किंतु जिलाधिकारी महोदय ने निष्पक्षता रखते हुए चर्चा को जारी रखा।
अन्य मुद्दे:
देविका बिल्डर के संबंध में भी गंभीर अनियमितताओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया, जहां देविका गोल्ड होम्स की भूमि पर फैंस 2 कोई अन्य बिल्डर द्वारा निर्माण किया जा रहा है तथा वैध आवागमन मार्ग को रोका गया है। जो बायर्स का आम रास्ता है, जिसकी वजह से हर बार 2 किलोमीटर आना जाना ज्यादा होता है, तथा गांव की तरफ से जाना पड़ता है ,इसपर दोनों बिल्डरों के विरुद्ध FIR की मांग की गई और संबंधित दस्तावेज वॉट्सएप द्वारा डीएम महोदय, एडम महोदय, सीईओ रवि जी को प्रस्तुत किए गए।
निष्कर्ष:
जिलाधिकारी महोदय द्वारा सख्त निर्देश दिए गए कि—

“जनहित में किसी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। सभी शिकायतों की विधिक जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
उक्त बैठक में पूर्व सांसद प्रत्याशी नरेश नौटियाल ट्रस्टी सनातन न्यास, चक्रेश जैन एवं जोगिंदर सिंह सहित अन्य फ्लैट खरीदारों ने अपने तर्कपूर्ण एवं तथ्यात्मक बिंदुओं के माध्यम से समस्याओं को प्रभावी रूप से रखा।
